उत्तरकाशी में “रिफ्लेक्टिव कॉलर ड्राइव” का आयोजन, जानवरों की सुरक्षा में बढ़ती जागरूकता
उत्तरकाशी: लहित एनिमल वेलफेयर ग्रुप ने “प्रोजेक्ट तेजस” के अंतर्गत उत्तरकाशी जिले में तीन दिन तक “रिफ्लेक्टिव कॉलर ड्राइव” का आयोजन किया गया। जिसमें जानवरों को रेडियम कालर पहनाया गया लहित केयर फाउंडेशन की अध्यक्ष खुशी नौटियाल ने बताया कि इस पहल का मुख्य उद्देश्य सड़क पर बेसहारा जानवरों को रेडियम कॉलर पहनाकर सड़क दुर्घटनाओं को कम करना है।
खुशी नौटियाल ने बताया कि “प्रोजेक्ट तेजस” का नाम भारतीय एयरक्राफ्ट तेजस से प्रेरित है, जिसका संस्कृत में अर्थ “चमक” है। इसी तरह, रिफ्लेक्टिव कॉलर भी रात के समय या कम रोशनी में प्रकाश पड़ने पर चमकता है, जिससे वाहन चालकों का ध्यान आकर्षित होता है और सड़क पर जानवरों से होने वाली दुर्घटनाओं में कमी आती है।
लहित एनिमल वेलफेयर ग्रुप ने 26 से 28 अक्टूबर 2024 तक उत्तरकाशी हाइवे से जुड़े प्रमुख स्थानों पर 100 से अधिक रिफ्लेक्टिव कॉलर विभिन्न जानवरों पर लगाए। इस दौरान ज्ञानसु, जोशियाडा और मेन मार्केट जैसे प्रमुख स्थलों को शामिल किया गया।
इस पहल ने न केवल जानवरों की सुरक्षा में योगदान दिया है, बल्कि लोगों में जानवरों के प्रति संवेदनशीलता भी बढ़ाई है। लहित एनिमल वेलफेयर ग्रुप के सदस्यों ने बताया कि इस प्रकार की पहलों की आवश्यकता है ताकि जानवरों की सुरक्षा को प्राथमिकता दी जा सके। उन्होंने स्थानीय निवासियों से भी अपील की कि वे इस मुहिम में सहयोग करें और सड़क पर बेसहारा जानवरों की सुरक्षा के लिए जागरूक रहें।
इस ड्राइव ने न केवल जानवरों की सुरक्षा की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है, बल्कि यह दिखाता है कि कैसे सामुदायिक प्रयासों से सामाजिक मुद्दों का समाधान किया जा सकता है।