नवरात्रि का आगाज: कुटेटी देवी मंदिर में श्रद्धालुओं की उमड़ी भीड़

उत्तरकाशी-आज से शारदीय नवरात्रि का पर्व शुरू हो गया है, वहीं आज इस अवसर पर कुटेटी देवी मंदिर मे भक्त सुबह से ही माँ के दर्शन करने के लिए पहुंचे और अपने और अपने परिवार के लिए मां से दुआएं मांगीं।

वहीं भक्त इस पावन अवसर पर एक-दूसरे को शुभकामनाएं देने के साथ जयकारे लगाते दिखे ।

क्या है धार्मिक मान्यताएं

पौराणिक कथाओं के अनुसार कहा जाता है कि, राजस्थान के राजा, जब एक बार गंगोत्री धाम की यात्रा पर आए तो राजा कई दिन तक उत्तरकाशी विश्वनाथ मंदिर में पूजा अर्चना करने के लिए रुके l और इन दिनों में उन्होंने अपनी पुत्री का विवाह एक स्थानीय युवक से कर दिया l राजा की पुत्री जब अपने घर बार मां-बाप से दूर हुई तो इस कारण बहुत ज्यादा दुखी रहने लगी l इस दुख को देखकर उनके कुल की भगवती मां को कुटेटी ने उन्हें स्वप्न में दर्शन दिए, और अपनी स्थापना करने को कहा l राजा की पुत्री ने मां के बताए हुए स्थान पर जाकर देखा तो वहां पर मां के तीन अलौकिक पत्थर मिले, इसके बाद राजा की पुत्री ने उस स्थान पर मां कुटेटी के मंदिर की स्थापना की l“उत्तरकाशी: एक अनछुआ सौंदर्य

प्राकृतिक सौंदर्य से परिपूर्ण

मां कुटेटी के चारों ओर बेहद ही सुन्दर प्राकृतिक दृश्य देखने को मिलता हैl कहा जाता है कि जो भी मां के मंदिर में सच्चे मन से संतान प्राप्ति की अर्जी रखता है, उसकी मनोकामना बहुत ही जल्द पूर्ण हो जाती है l

इसी के साथ मां के मंदिर में नवरात्रियों पर विशेष कीर्तन भजन और भंडारे का आयोजन किया जाता है l उत्तरकाशी के लोग मां कुटेटी पर विशेष आस्था रखते हैं l एवं साल के प्रत्येक नवरात्रि में माता के दर्शन लिए अवश्य ही जाते हैं lउत्तरकाशी: ऐतिहासिक मंदिरों और धार्मिक परंपराओं की धरती

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